नई दिल्ली (ब्यूरो)। नामी स्कूलों में चलने वाले मॉनटेसरी और प्री स्कूल (प्ले स्कूल) अलग प्रक्रिया के तहत दाखिले नहीं कर सकेंगे। इन्हें शिक्षा निदेशालय की गाइड लाइंस माननी होंगी। किसी स्कूल का नर्सरी विंग मॉनटेसरी या प्री स्कूल उसी कैंपस में है और एक ही सोसाइटी दोनों को चला रही है तो वह उसी स्कूल का हिस्सा माना जाएगा। इनमें स्कूल अलग से दाखिला प्रक्रिया चलाते हैं, जिससे स्कूलों को दोहरी कमाई होती है।
एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम प्रमुख सुमित वोहरा ने कहा कि अभिभावकों को दाखिले से पहले पता लगाना होगा कि संबंधित स्कूल बच्चे को प्रमोट करेगा या नहीं। यह भी पता लगा लें कि प्ले स्कूल वाकई में किसी बड़े स्कूल का हिस्सा है भी या नहीं। इसके लिए शिक्षा निदेशालय से भी संपर्क किया जा सकता है।