Form Dates | Admission Criteria | Results | Fee Details | List of All Schools
यदि सब कुछ ठीकठाक रहा तो राजधानी के गैर सहायता प्राप्त पब्लिक स्कूलों के मालिकों का अपने ही स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला न कर पाने का दर्द थोड़ा कम हो सकेगा। सूत्रों के अनुसार नर्सरी दाखिले में मालिकों के बच्चों के लिए कोटा रखे जाने का प्रस्ताव है। यदि इसको लेकर किसी तरह की आपत्ति नहीं हुई तो स्कूल मालिक यह नहीं कह पाएंगे कि वह अपने ही स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला नहीं कर पाएंगे। प्रस्ताव है कि स्कूलों में मालिकों के बच्चों व उनके पोता- पोतियों व नातियों के लिए 5 पर्सेट सीटें दी जाएं। हालांकि यह कोटा स्कूल के स्टाफ कोटे से अलग होगा। पीतमपुरा स्थित एमएम पब्लिक स्कूल के निदेशक सोमेश पाठक ने कहा कि यदि इस तरह का कोई प्रस्ताव है, तो यह एक अच्छी पहल होगी। राजधानी में नर्सरी दाखिले का मामला हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। नवम्बर महीने में दोनों कोर्ट के फैसले होने की उम्मीद है। लिहाजा नवम्बर महीने में ही नर्सरी एडमिशन की गाइडलाइंस प्रस्तावित हैं। नर्सरी दाखिले में इस बार नेबरहुड व सिबलिंग क्राईटेरिया से दाखिला होना है, लेकिन कोर्ट में चल रहे मामले के चलते नर्सरी गाइडलाइंस लंबित चल रही हैं। कोर्ट में फैसले के बाद गाइडलाइंस जारी होगीं। स्कूलों में नर्सरी दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 जनवरी से संभावित है। स्कूलों के लिए बीते साल से ही मैनेजमेंट कोटा को खत्म कर दिया गया है, जिसको लेकर पब्लिक स्कूल खासे नाराज चल रहे हैं। शिक्षा निदेशालय ने मैनेजमेंट कोटे की सीटों का व्यापार होने के चलते इसे बंद कर दिया था जिसको लेकर दिल्ली के पब्किल स्कूल बीते साल से ही परेशान है। उनका तर्क हैं, पब्लिक स्कूल के मालिकों ने अपना रुपया लगाकर स्कूल बनाया है तो स्कूल में मैनेजमेंट कोटा खत्म नहीं किया जाना चाहिए। अपने व रिश्तेदारों के बच्चों का दाखिला अधिकार उन्हें होना चाहिए, लेकिन यह दलील बीते साल नहीं चली थी और मैनेजमेंट कोटा खत्म कर दिया गया था। सूत्रों के अनुसार मैनेजमेंट कोटा की जगह स्कूल मालिकों के बच्चों को नर्सरी कक्षाओं की कुल सीटों में से 5 फीसद सीटें दिये जाने का प्रस्ताव है। एडमिशन नर्सरी डॉटकॉम के प्रमुख सुमित वोहरा ने कहा कि यह संभावना है कि पांच पर्सेट स्टाफ कोटे की तरह स्कूल मालिकों के बच्चों व पोते-पोतियों व नातियों के लिए 5 फीसद सीटें दे दी जाएं। इस पांच फीसद सीटों में दाखिले के बाद यदि कोई एक्स्ट्रा सीटें बचती हैं तो वह जनरल कोटे को चली जाएंगी।नर्सरी एडमिशन मैनेजमेंट कोटा नहीं, 5 पर्सेट सीटें स्कूल ओनर्स के बच्चों को मैनेजमेंट कोटा की जगह मालिकों के बच्चों के लिए दाखिला
Tags:
Switch to the Mobile Optimized View
© 2025 Created by Sumit Vohra (Webmaster).
Powered by
helpdesk@admissionsnursery.com